फैक्ट चेक: बॉर्डर पार कर भारत में घुस रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों का ये वीडियो निकला फर्जी, फेक्ट चैक में हुआ बड़ा खुलासा

  • बांग्लादेशियों का भारत में घुसने का दावा
  • जांच में पता चली सच्चाई
  • हालिया नहीं है वीडियो

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-09 10:52 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। बांग्लादेश हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर कई फेक पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इन्हीं में से एक पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेशी लोग असम में स्थित बांग्लादेश बॉर्डर से भारत में घुसपैठी कर रहे हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है जिसमें सैकड़ों लोगों को देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर एक यूजर दावा करता है कि हिंदुओं के साथ-साथ मुसलमान भी भारत में शरण लेने घुस रहे हैं। साथ ही, यूजर का कहना है कि वायरल हो रही क्लिप 8 अगस्त की है। बता दें, हमारी टीम ने इस वीडियो की सच्चाई पता लगाई तो एक बड़ा खुलासा हुआ। दरअसल, यह वीडियो हालिया नहीं है।

यूजर का दावा

सोशल मीडिया पर एक यूजर वीडियो को अपने अकाउंट पर पोस्ट कर यह दावा करता है कि यह वीडियो आठ अगस्त की है। यूजर ने लिखा, “भारत बांग्लादेश बॉर्डर असम आज का दृश्य। ये तो हमारी सोच से भी पहले हो रहा है। भविष्य स्पष्ट दिख रहा है, बगलादेश के तरफ की बॉर्डर खुल जायेगी। कैसे खुलेगी? हिंदुओं के साथ साथ मुसलमान भी शरणार्थी बनकर घुसेंगे। और हाहाकार मच जाएगा। यह स्पष्ट दिख रहा है। कोई सामान्य बुद्धि वाला व्यक्ति भी इतना सबकुछ देख सोच सकता है। बहुत ही भयानक समय आ रहा है।”

यह भी पढ़े -मुबंई में समुद्र पर बने अटल सेतु पर आ गई है दरार ? पीआईबी ने फैक्ट चेक में बताई सच्चाई

पड़ताल

हमारी टीम ने वायरल हो रही वीडियो की जांच की तो यह पता चला कि यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि साल 2018 से सोशल मीडिया पर मौजूद है। रिवर्स सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो एक यूट्यूब चैनल पर मिली। यहां इस वीडियो को 5 जून 2018 को अपलोड किया था। इससे यह तो साफ होता है कि यह वीडियो हालिया नहीं बल्कि साल 2018 की है। यूट्यूब पर इस वीडियो को अपलोड कर यह जानकारी दी जा रही है कि यह घटना 15 अप्रैल 2018 की है। यूट्यूब चैनल पर दी गई जानकारी के अनुसार, यह वीडियो भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर हुए मिलन मेले का है। इस चैनल पर मिलन मेले के और भी कई वीडियो अपलोड किए गए हैं। बता दें, अमर उजाला की खबर के अनुसार, भारत-बांग्लादेश की सीमा पर अलग-अलग जगहों पर हर साल इस मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले के जरिए लोग बॉर्डर के पार रह रहे अपने रिश्तेदारों से फैंसिंग के पास खड़े होकर मिलते हैं और आपस में बात करते हैं। BSF की निगरानी में यह मेले का आयोजन होता है। यह आयोजन बंगाली त्योहार बोइशाख के दिन ही होता है।

Full View

Tags:    

Similar News